कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र लाभ, हमारे जीवन मे धार्मिक मान्यताओ एव परम्पराओं का विशेष स्थान है । उसी मान्यताओं के अनुसार सुबह सुबह कुछ देखना बहुत ही शुभ माना जाता हैं । ताकि आपका पुरा दिन शुभ रहे । सनातन धर्म मे ऐसे अनेक शक्तिशाली मंत्रो का वर्णन मिलता है । आज हम उन्ही मे से सबसे लोकप्रिय मंत्र के बारे में चर्चा करने वाले है । जी हा आज हम कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र के बारे विस्तुत जानकारी देने वाले है ।
Karagre basate Lakshmi. एक ऐसा मंत्र हैं जिनके बहुत सारे फायदे है । यह एक ऐसा मंत्र है जो हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। सुबह उठकर हाथों को देखते हुए इस मंत्र का जाप करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। यह मंत्र न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। तो चलिए जानते हैं इस मंत्र के फायदे एव महत्व के बारे में –
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कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का अर्थ –
यह एक बहुत ही प्रसिद्ध और पवित्र मंत्र है जिसे हिंदू धर्म में अत्यंत महत्व दिया जाता है। इस मंत्र का शाब्दिक अर्थ और गहरा अर्थ दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण हैं। जिनका शाब्दिक अर्थ इस प्रकार है –
- कराग्रे वसते लक्ष्मी – इसका अर्थ है “हाथ के अग्रभाग में लक्ष्मी जी का वास है।” यहां ‘कराग्रे’ का अर्थ है हाथ का अग्रभाग यानी हथेली। लक्ष्मी जी धन की देवी हैं।
- करमध्ये सरस्वती – का अर्थ है “हाथ के मध्य भाग में सरस्वती जी का वास है।” सरस्वती जी विद्या और बुद्धि की देवी हैं।
- करमूले तु गोविन्द – का अर्थ है “हाथ के मूल में गोविंद (भगवान विष्णु) का वास है।” गोविंद भगवान विष्णु का एक नाम है।
- प्रभाते करदर्शनम – इसका अर्थ है “प्रातःकाल में हाथों का दर्शन करना चाहिए।”
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती । करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम ॥
इस मंत्र का गहरा अर्थ यह है कि हमारे हाथों में देवी-देवताओं का वास है। जब हम सुबह उठकर अपने हाथों को देखते हैं और इस मंत्र का जाप करते हैं, तो हम इन देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
- लक्ष्मी जी – हमारे हाथों से हम धन अर्जित करते हैं और दूसरों को देते हैं। इसलिए, लक्ष्मी जी हमारे हाथों में निवास करती हैं।
- सरस्वती जी – हमारे हाथों से हम लिखते हैं, पढ़ते हैं और ज्ञान प्राप्त करते हैं। इसलिए, सरस्वती जी हमारे हाथों में निवास करती हैं।
- भगवान विष्णु – भगवान विष्णु सृष्टि के पालनहार हैं। हमारे हाथों से हम सृजन करते हैं और दूसरों की सेवा करते हैं। इसलिए, भगवान विष्णु भी हमारे हाथों में निवास करते हैं।
कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र के लाभ
यह मंत्र हिंदू धर्म में बहुत लोकप्रिय है और इसे सुबह उठकर अपने हाथों को देखते हुए बोलने की परंपरा है। इस मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। आइए जानते हैं इस मंत्र के कुछ प्रमुख लाभ –
आध्यात्मिक लाभ
- देवी-देवताओं का आशीर्वाद – यह मंत्र सीधे देवी लक्ष्मी, सरस्वती और भगवान विष्णु से जुड़ा है। इसका नियमित जाप करने से इन देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- आंतरिक शांति – मंत्र का जाप मन को शांत करता है और तनाव को कम करता है। यह आंतरिक शांति और संतुष्टि प्रदान करता है।
- आध्यात्मिक विकास – यह मंत्र व्यक्ति को आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ने में मदद करता है। यह आत्मज्ञान और आत्मसाक्षात्कार की ओर ले जाता है।
भौतिक लाभ
- धन और समृद्धि – जैसा कि मंत्र के नाम से ही स्पष्ट है, यह धन की देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करता है। नियमित जाप से व्यक्ति के जीवन में धन और समृद्धि आती है।
- सफलता – यह मंत्र व्यक्ति को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है। यह आत्मविश्वास बढ़ाता है और सफलता की ओर ले जाता है।
- सुख-समृद्धि – यह मंत्र व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि लाता है। यह व्यक्ति को सभी प्रकार के सुखों से भर देता है।
मानसिक लाभ
- सकारात्मक सोच – यह मंत्र व्यक्ति में सकारात्मक सोच विकसित करता है। यह व्यक्ति को नकारात्मक विचारों से मुक्त करता है।
- आत्मविश्वास – यह मंत्र व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ाता है। यह व्यक्ति को अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने में मदद करता है।
- एकाग्रता – मंत्र का जाप करने से व्यक्ति की एकाग्रता शक्ति बढ़ती है। यह इस कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र लाभ है ।
कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र के लाभ एव महत्व –
यह मंत्र एक ऐसा मंत्र है जो व्यक्ति के जीवन के सभी पहलुओं को प्रभावित करता है। यह मंत्र व्यक्ति को आध्यात्मिक, भौतिक और मानसिक रूप से समृद्ध बनाता है। इस मंत्र का बहुत महत्व है जैसे –
- धन, संपत्ति और समृद्धि – यह मंत्र धन की देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करता है, जिससे व्यक्ति के जीवन में धन और समृद्धि आती है। यह न केवल भौतिक संपत्ति बल्कि मानसिक समृद्धि भी लाता है। इस मंत्र के मध्य भाग में सरस्वती माता का उल्लेख है, जो ज्ञान और बुद्धि की देवी हैं। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति में बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है।
- आध्यात्मिक विकास – मंत्र के अंतिम भाग में भगवान विष्णु का उल्लेख है, जो सृष्टि के पालनहार हैं। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति का आध्यात्मिक विकास होता है और उसे आंतरिक शांति मिलती है।
- सकारात्मक ऊर्जा – इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वह नकारात्मक विचारों से मुक्त होता है।
- एकाग्रता और आत्मविश्वास – यह मंत्र व्यक्ति की एकाग्रता शक्ति बढ़ाता है और आत्मविश्वास को मजबूत करता है। यह व्यक्ति को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है। इस मंत्र का नियमित जाप करने से व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ता है और वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम होता है।
- बुरे कर्मों का नाश – यह मंत्र व्यक्ति के बुरे कर्मों का नाश करता है और उसके भाग्य को शुद्ध करता है। यह व्यक्ति को पिछले जन्मों के बुरे कर्मों के प्रभाव से मुक्त करता है। यह मंत्र व्यक्ति को बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है।
- मन की शांति – यह मंत्र मन को शांत करता है और तनाव को कम करता है।
- सकारात्मक सोच – यह मंत्र व्यक्ति में सकारात्मक सोच विकसित करता है।
कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का जाप करने का सही तरीका –
आपने जाप करने का तरीका भी बहुत अच्छी तरह से बताया है। इसके अलावा, आप यह भी बता सकते हैं जैसे –
- कब करें – इस मंत्र का जाप सुबह उठकर सबसे पहले करना चाहिए।
- कितनी बार करें – आप अपनी सुविधा के अनुसार इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। आप इसे 11, 21 या 108 बार जाप कर सकते हैं।
- कहां करें – आप इस मंत्र का जाप किसी भी शांत जगह पर कर सकते हैं।
- किस मुद्रा में करें – आप इस मंत्र का जाप किसी भी मुद्रा में कर सकते हैं। आप अपनी पसंद की कोई भी मुद्रा ले सकते हैं।
जब हम इस मंत्र का जाप करते हुए अपने हाथों को देखते हैं, तो हमारा ध्यान एक बिंदु पर केंद्रित होता है। इससे हमारा मस्तिष्क शांत होता है और तनाव कम होता है। यह वैज्ञानिक रूप से भी सिद्ध हो चुका है कि ध्यान करने से मस्तिष्क में सकारात्मक परिवर्तन होते हैं।
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कैसे करें इस मंत्र का जाप ?
इस मंत्र का जप करने का एक निश्चित समय होता है जिससे यह फलिभूत होता हैं । साथ ही साथ आस्था होना जरूरी है तो चलिए जानते है –
- सुबह उठकर – यह मंत्र सुबह उठकर सबसे पहले बोलना चाहिए।
- हाथों को देखते हुए – मंत्र बोलते समय अपने दोनों हाथों को देखना चाहिए।
- एकाग्रचित होकर – मंत्र का जाप करते समय मन को एकाग्र करना चाहिए।
- भावना – मंत्र का जाप करते समय आप अपनी भावनाओं को इसमें लगाएं।
- विश्वास – आपको इस मंत्र पर विश्वास होना चाहिए।
- नियमितता – इस मंत्र का नियमित रूप से जाप करने से आपको अधिक लाभ मिलेगा।
कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र लाभ यह है कि व्यक्ति को सभी सांसारिक सुखो की प्राप्ति हो सकती हैं । वही अध्यात्मिक विकास भी होता हैं ।
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क्यों करें इस मंत्र का जाप ?
यह मंत्र न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। जब हम इस मंत्र का जाप करते हैं तो हमारा ध्यान हमारे हाथों पर केंद्रित होता है और हमारी नसें शांत होती हैं। इससे हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और हम तनाव मुक्त महसूस करते हैं।
सनातनी धर्म के अनुसार मनुष्य के हाथो में सरस्वती, लक्ष्मी एव विष्णु भगवान का वास माना जाता हैं । इसलिए इन हाथो का सुबह सुबह हाथो का दर्शन करने से देवी देवता प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद प्रदान करते है । जिससे मनुष्य को समस्त सुखो की प्राप्ति होती है । न केवल भौतिक बल्कि अध्यात्मिक एव आर्थिक विकास होता है ।
निष्कर्ष – कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र एक बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है जो व्यक्ति के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव ला सकता है। इस मंत्र का नियमित जाप करने से व्यक्ति धन, ज्ञान, आध्यात्मिक विकास और आत्मविश्वास प्राप्त कर सकता है।