सफ़ेद पानी की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि – लिकोरिया की 5 रामबाण दवा

safed pani ki ayurvedic dawa patanjali.

सफ़ेद पानी की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि, आज के दौर जहा पुरुषों की तरह महिलाओ मे अनेक प्रकार की प्रजनन अंगों से जुड़ी प्रॉब्लम पाई जाती है । उन सब समस्याओं मे से सफ़ेद पानी की समस्या आम है । जी हां श्वेत प्रदर (ल्यूकोरिया) एक आम समस्या है इसे अंग्रेजी में White discharge कहते हैं जो कई महिलाओं को प्रभावित करती है। आधुनिक जीवनशैली और खानपान की आदतों में बदलाव के कारण यह समस्या अधिकतर महिलाओ में होती हैं ।

असल मे सफ़ेद पानी यानी श्वेत प्रदर एक ऐसी स्थिति है जिसमें योनि से सफेद या हल्के पीले रंग का एक गाढ़ा तरल पदार्थ निकलता है। यह तरल पदार्थ कभी-कभी बदबूदार भी हो सकता हैं । एक्सपर्ट के अनुसार हर तीसरी महिला ल्यूकोरिया की समस्या से ग्रसित होती हैं । यह समस्या उम्र या मौसम पर आधारित नही होती है । कभी भी किसी भी उम्र के पड़ाव में हो सकती हैं । तो चलिए जानते हैं – श्वेत प्रदर ( वाइट डिस्चार्ज ) के कारण के बारे में –

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ल्यूकोरिया ( श्वेत प्रदर ) के कारण –

महिलाओ मे सफ़ेद पानी की समस्या आम है । ये प्रॉब्लम हर उम्र की महिलाओ / लड़कियो मे होती हैं । आमतौर पर पीरियड्स के जस्ट पहले और जस्ट बाद मे हलका सफ़ेद रंग का पानी गिरना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है । लेकिन कभी कभी यह समस्या बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं । प्राइवेट पार्ट मे से बदबू दार सफ़ेद पानी आने लगता है । कभी कभी यह गाढ़ा व पीले रंग का तरल पदार्थ के रूप में हो सकता है । इसे महिला धात रोग भी कहते है ।

स्त्री रोग विशेषज्ञ के मुताबिक मुँह में पानी जितना योनि का गिलापन तो रहना चाहिए लेकिन जब अधिक गिरने लगे साथ ही सूजन, प्राइवेट पार्ट में खुजली, थकान व आलस अधिक हो जाए तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए । स्त्रियों मे सफ़ेद पानी गिरने के कारण इस प्रकार है –

  • हार्मोनल असंतुलन – मासिक धर्म चक्र, गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल परिवर्तन ल्यूकोरिया का कारण बन सकते हैं।
  • संक्रमण – यीस्ट संक्रमण, बैक्टीरियल वैजिनोसिस और यौन संचारित संक्रमण ल्यूकोरिया का कारण बन सकते हैं।
  • एलर्जी – कुछ साबुन, डिटर्जेंट या सेनेटरी उत्पादों से एलर्जी ल्यूकोरिया को बढ़ा सकती है।
  • गर्भनिरोधक गोलियां – कुछ गर्भनिरोधक गोलियां भी ल्यूकोरिया का कारण बन सकती हैं।
  • प्राइवेट पार्ट की साफ सफाई – शारीरिक साफ सफाई के साथ साथ प्राइवेट पार्ट की साफ सफाई ठीक से न रखने पर भी सफ़ेद पानी की समस्या हो सकती हैं ।

इनके अलावा अनहेल्दी खानपान, अत्यधिक तनाव से भी सफ़ेद पानी की समस्या हो सकती हैं ।

सफ़ेद पानी की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि –

श्वेत प्रदर की बीमारी से निजात पाने के लिए मार्केट में अनेको दवाएं उपलब्ध है । उन दवाओं मे पतंजलि ब्रांड भी एक है । यह कंपनी योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा संचालित की जाती है । यह ब्रांड भारत का एक स्वदेशी ब्रांड है जो विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक तत्वों के समिश्रण से अनेको दवाओं का निर्माण करता है ।

सफ़ेद पानी का रामबाण दवा Patanjali के रूप मे पतंजलि की अनेको दवा तैयार की गई है । यह मेडिसिन किफायती होने के साथ साथ प्रभावशाली भी है । आज के लेख ल्यूकोरिया की आयुर्वेदिक दवा Patanjli के बारे में बताने जा रहे है । इस बात का ध्यान रखे कि इन दवाओं का सेवन करने से पहले योग्य डॉक्टर या वैध से अवश्य परामर्श करे । तो चलिए जानते हैं श्वेत प्रदर की आयुर्वेदिक दवा, tablet व syrup के बारे में –

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पतंजलि दिव्य शिलाजीत रसायन वटी –  सफ़ेद पानी की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि

यह एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक दवा है जो महिलाओं के स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है और विभिन्न प्रकार के स्त्री जनित रोगों को दूर करने में मदद करती है। यह दवा अश्वगंधा, शिलाजीत, आंवला, बहेड़ा, हरड आदि प्राकृतिक घटकों से मिलकर बनी है जो शरीर में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों की कमी को पूरा करके बॉडी को हेल्दी बनाती है।

यह दवा विशेष रूप से महिलाओं में होने वाले गुप्त रोगों जैसे लिकोरिया, गुप्तांग संक्रमण आदि के लिए रामबाण दवा है। सफ़ेद पानी यानी वंजयना वाइट डिस्चार्ज के उपचार के लिए इस दवा को एक-एक गोली सुबह-शाम गुनगुने दूध के साथ भोजन करने के उपरांत सेवन करना चाहिए।

इस दवा का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है, लेकिन अनुशासित खुराक के रूप में डॉक्टरी परामर्श से सेवन करना चाहिए। यह दवा हार्मोनल असंतुलन को भी ठीक करती है और महिलाओं के स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है। यह दवा विभिन्न प्रकार के स्त्री जनित रोगों को दूर करने में मदद करती है। लेकिन अनुशासित खुराक के रूप में डॉक्टरी परामर्श से सेवन करना चाहिए।

दिव्य स्त्री रसायन वटी – लेडीज को सफेद पानी की दवा –

यह एक पतंजलि की आयुर्वेदिक दवा है जो महिलाओं के स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं के लिए उपयोग की जाती है। यह दवा महिलाओं की प्रजनन शक्ति को बढ़ाती है और फंगल इंफेक्शन से बचाने में मदद करती है। इसमे उपस्थित प्राकृतिक तत्व जो महिलाओ के प्राइवेट पार्ट मे खुजली को भी दूर करते हैं । ये घटक जैसे –

  • आंवला – यह आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
  • गुड़ूची – इसके विशिष्ट गुणों से महिलाओं के स्तनों के स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
  • शतावरी – इसे पानी में उबालकर दी जाने वाली जड़ें मुंह के अलावा वजन बढ़ाती हैं।
  • खजूर – इससे महिलाओं की ताकत बढ़ती है और अनेक भयों से मुक्त होती हैं।
  • गोखरू – इससे ब्लड प्रेशर होने के कारणों से मांसपेशियों के स्वास्थ्य को बढ़ाता है।

दिव्य स्त्री रसायन वटी के फायदे के रुप मे यह दवा महिलाओं की प्रजनन शक्ति को बढ़ाता है । यह प्राइवेट पार्ट मे फंगल इंफेक्शन, सूजन व खुजली की प्रॉब्लम से बचाने में लाभकारी है । वही महिलाओ की थकान को दूर करने के साथ साथ ब्रेस्ट का भी विकास करती है । वही महिलाओ मे पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं जैसे कि अधिक या कम ब्लड डिस्चार्ज, पीरियड्स के दर्द आदि के लिए भी किया जाता है ।

इनका सेवन दिन में दो बार एक गोली के साथ गर्म दूध या पानी के साथ कर सकते हैं । इनके दुष्प्रभाव न के बराबर है फिर भी अन्य दवाओं के साथ इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।

पतंजलि दिव्य पत्रांगासव – सफेद पानी की दवा Tablet Patanjali

पतंजलि दिव्य पत्रांगासव एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे मुख्य रूप से महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए उपयोग किया जाता है। यह औषधि विभिन्न जड़ी-बूटियों के मिश्रण से बनाई जाती है और इसका उपयोग सदियों से आयुर्वेद में किया जाता रहा है। यह औषधि स्त्री रोगों जैसे सफेद पानी (ल्यूकोरिया), अनियमित मासिक धर्म और मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद करता है। मौसम बदलने से होने वाली त्वचा समस्याओं जैसे खुजली, लाल चकत्ते और एलर्जी के लिए यह लाभदायक है । वही महिलाओ मे थकान और कमजोरी: यह शरीर को ताकत प्रदान करता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

दिव्य पत्रांगासव में मौजूद जड़ी-बूटियां शरीर को ठंडक पहुंचाती हैं और गर्मी को कम करती हैं। यह रक्त को शुद्ध करता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। इसके अलावा, यह गर्भाशय को स्वस्थ रखता है और हार्मोनल असंतुलन को संतुलित करता है। इस दिव्य पत्रांगासव को हमेशा चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही लेना चाहिए। आमतौर पर इसे पानी के साथ लिया जाता हैं ।

पतंजलि दिव्य शतावर वटी – सफेद पानी की रामबाण दवा Patanjali.

यह एक सफ़ेद पानी की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि है जो मुख्य रूप से महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए उपयोग की जाती है। यह दवा शतावरी नामक जड़ी-बूटी से बनाई जाती है, जो आयुर्वेद में सदियों से उपयोग की जाती रही है । यह टेबलेट सफेद पानी, असामान्य योनि संक्रमण और प्राइवेट पार्ट के रक्त विकारों जैसे स्त्री रोगों के उपचार में प्रभावी है। यह स्तन के विकास को बढ़ावा देती है और स्तन दूध के उत्पादन में वृद्धि करती है। वही यह दवा महिलाओं में हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में मदद करती है। साथ ही साथ प्रजनन क्षमता को बढ़ाती है और गर्भाशय को स्वस्थ रखती है।

यह एक ऐसी दवा हैं जो तनाव और चिंता को कम करने में सहायक है । वही शारीरिक थकान व कमजोरी दूर करती हैं । साथ ही यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है।

शतावरी में कई औषधीय गुण होते हैं जो इसे महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बनाते हैं। यह एक प्राकृतिक हार्मोन बैलेंसर है और यह एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ाने में मदद करती है। इसके अलावा, यह शरीर को ठंडक पहुंचाती है और सूजन को कम करती है।

दिव्य शतावर वटी को आमतौर पर दिन में 2-3 गोलियां खाली पेट गुनगुने पानी के साथ ली जाती है। हालांकि, यह सलाह दी जाती है कि आप इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर या आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें।

white discharge ki ayurvedic dawa patanjali.

पुष्यन्यूग चूर्ण – वाइट डिस्चार्ज / लिकोरिया की आयुर्वेदिक दवा –

पुष्यन्यूग चूर्ण एक आयुर्वेदिक औषधि है जो मुख्य रूप से महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, विशेषकर योनि रोगों के लिए उपयोग किया जाता है। यह विभिन्न जड़ी-बूटियों जैसे Eugenia Jambolana, Ambasthaki, Katphala, Patha व Dhataki का एक मिश्रण है जो सदियों से आयुर्वेद में इस्तेमाल किया जाता रहा है।

यह चूर्ण योनि रोगों जैसे श्वेत प्रदर, योनिदाह, विभिन्न प्रकार के प्रदर (रक्त, श्वेत, नीला, काला व पीला), योनिक्षत, बादी तथा खूनी बवासीर आदि को ठीक करने में मदद करता है। वही यह अनियमित मासिक धर्म और रक्तस्राव को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह गर्भाशय को मजबूत बनाता है और गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है। साथ ही साथ यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।

पुष्यन्यूग चूर्ण में मौजूद जड़ी-बूटियां शारीरिक कमजोरियो को दूर करती है । यह रक्त को शुद्ध करता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। इसके अलावा, यह गर्भाशय को स्वस्थ रखता है और हार्मोनल असंतुलन को संतुलित करता है।

आपको पुष्यन्यूग चूर्ण को हमेशा डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लेना चाहिए। आमतौर पर इसे सुबह – शाम भोजन के बाद शहद के साथ लेकर ऊपर से चावल का धोवन पानी लिया जाता है।

Whitocon Syrup – सफेद पानी की दवा syrup Patanjali.

श्वेतकॉन सिरप एक आयुर्वेदिक औषधि है जो महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, विशेषकर स्त्री रोगों के लिए उपयोग की जाती है। यह विभिन्न जड़ी-बूटियों का एक मिश्रण है जो सदियों से आयुर्वेद में इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह सिरप श्वेत प्रदर (ल्यूकोरिया) white discharge नामक समस्या को दूर करने में अत्यंत प्रभावी है। श्वेत प्रदर एक ऐसी स्थिति है जिसमें प्राइवेट पार्ट से सफेद या पीला तरल पदार्थ निकलता है।

यह प्राइवेट पार्ट में होने वाले विभिन्न प्रकार के संक्रमणों से लड़ने में उपयोगी है । वही यह अनियमित मासिक धर्म और रक्तस्राव को नियंत्रित करने में करता है। साथ ही साथ प्राइवेट पार्ट के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।

इस सिरप को हमेशा चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही लेना चाहिए। आमतौर पर इसे दिन में दो बार भोजन के बाद लिया जाता है।

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सफेद पानी का रामबाण इलाज घरेलू –

सफ़ेद पानी यानी ल्यूकोरिया ( वाइट डिस्चार्ज ) की समस्या से निपटने के लिए घरेलू उपाय बहुत प्रभावी हो सकते हैं। जैसे  –

  • आंवला – इस में विटामिन सी और कई पोषक तत्व होते हैं। आंवले के टुकड़ों को धूप में सुखाकर पाउडर बना लें और दो चम्मच पाउडर में दो चम्मच शहद मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को दिन में दो बार खाएं।
  • मेथी का पानी – एक लीटर पानी में दो चम्मच मेथी के दाने डालकर उबालें। पानी आधा हो जाने के बाद गैस बंद कर दें और ठंडा होने दें। इस पानी को छानकर पिएं।
  • धनिया के बीज – एक गिलास पानी में 10 ग्राम धनिया के बीज डालकर रातभर के लिए छोड़ दें। सुबह इस पानी को छानकर खाली पेट पिएं।
  • केला – रोज़ सुबह एक केला खाएं। बेहतर रिजल्ट के लिए इसमें घी या गुड़ मिला लें।
  • पीला गुलमोहर – पीले रंग के गुलमोहर के पेड़ की एक-दो ग्राम छाल और फूलों का पाउडर मिलाकर सेवन करें।
  • दालचीनी, सफ़ेद जीरा, अशोक छाल, और इलायची के बीज*: इन सभी को पानी में मिलाकर उबालें और इस पानी को पिएं।
  • ज्यादा से ‌ज्यादा पानी पीने से शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और सफेद पानी को कम करने में मदद करते हैं।
  • हल्दी, नीम, नारियल का पानी और नींबू का रस सफेद पानी के इलाज में उपयोगी होते हैं। आप इन्हें अपने आहार में शामिल कर सकते हैं या इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • एन्टीफंगल या एंटीबाइटिक दवाओं का सेवन कर सकते हैं। डॉक्टर से मिलना और उपचार के लिए सलाह लेना जरूरी है।

निष्कर्ष – आज के लेख सफ़ेद पानी की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि मे दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल आवश्यक जानकारी देना है । यदि आप कोई दवा इस्तेमाल कर रहे हैं तो विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करें । LRseju

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