jelqing exercise side effects. आज के दौर प्रजनन क्षमता की कमजोरी एक आम समस्या हैं । इस समस्या के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे अनहेल्दी खानपान, व्यस्तम जिंदगी, दवाएं आदि । जिससे पुरुष प्रजनन अंग प्रभावित होते है । लिंग का खड़ा न होना, पेनिस मे इरेक्शन न होना, लंबाई कम होना जैसी अनेको पेनिस प्रॉब्लम हो सकती हैं । साइंस की भाषा में इसे ED कहा जाता है । उक्त प्रॉब्लम को दूर करने के लिए मार्केट में अनेक प्रकार की मेडिसिन उपलब्ध है । लेकिन इस समस्या को योग के माध्यम से ठीक किया जा सकता हैं । इन एक्सरसाइज के रूप मे अनेक व्यायाम है । इन व्यायाम मे किंगल एव जेलकिंग एक्सरसाइज मुख्य है ।
जी हा जेलकिंग एक्सरसाइज एक ऐसा व्यायाम है जो पेनिस के सम्पूर्ण विकास के लिए योगदान देता हैं । इससे न केवल प्रजनन प्रॉब्लम दूर होती है बल्कि तनाव व अन्य शारीरिक प्रॉब्लम से भी राहत मिलती है । जी हा यह एक ऐसी तकनीक है जो लिंग को मोटा और लम्बा करने के लिए लाभदायक है । यही कारण हैं यह दुनिया भर मे लोकप्रिय है तो चलिए जानते हैं – जेलकिंग एक्सरसाइज के फायदे, नुकसान एव तकनीक के बारे में –
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जेलकिंग एक्सरसाइज: क्या हैं ?
जेलकिंग एक ऐसी तकनीक है जिसे कुछ लोग अपने लिंग के आकार को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इस प्रक्रिया में लिंग को खींचने और फैलाने वाले व्यायाम शामिल होते हैं। हाल के वर्षों में सोशल मीडिया और ब्लॉग पोस्ट के कारण यह तकनीक काफी लोकप्रिय हुई है जो जेलकिंग को बढ़ावा देते हैं।
Jelqing से लिंग के सिरे तक खून का प्रवाह बढ़ता है। यह लिंग के अंदर के ऊतक और बाहर की त्वचा को फैलाता है जिससे आकार बढ़ने की कोशिश होती है। जेलकिंग को बढ़ावा देने वाले लोग कहते हैं कि यह लिंग के आकार को बदलकर ऊतक में छोटे-छोटे आंसू बनाता है जिन्हें माइक्रोटियर्स कहा जाता है। यह विचार भारोत्तोलन से प्रेरित है। जेलकिंग के बारे में शोध सीमित है। कुछ लोग कहते हैं कि जेलकिंग से इरेक्शन लंबे समय तक रह सकते हैं या लिंग बड़ा दिख सकता है।
jelqing exercise side effects –
यह एक ऐसा व्यायाम है जिनके फायदे भी बहुत है लेकिन जब सही तकनीक न करने या अधिक समय तक नहीं करने पर कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं । जेलकिंग एक्सरसाइज को लेकर कई दावे किए जाते हैं, लेकिन इसके नुकसानों के बारे में भी जानना जरूरी है। जैसे –
- लिंग में दर्द और सूजन – जेलकिंग से लिंग में दर्द और सूजन हो सकती है।
- माइक्रोटियर्स – जेलकिंग से लिंग के ऊतकों में छोटे-छोटे आंसू (माइक्रोटियर्स) लग सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
- संक्रमण – यदि सही तरीके से नहीं की जाए तो जेलकिंग से संक्रमण हो सकता है।
- न्यूरोपैथी – अधिक दबाव डालने से लिंग की नसों को नुकसान पहुंच सकता है।
- मनोवैज्ञानिक प्रभाव – जेलकिंग के असरदार न होने के कारण व्यक्ति में निराशा और तनाव हो सकता है।
- लिंग की त्वचा में क्षति – अत्यधिक रगड़ से लिंग की त्वचा में क्षति हो सकती है।
- स्थायी नुकसान – कुछ मामलों में जेलकिंग से लिंग में स्थायी नुकसान हो सकता है।
- वैज्ञानिक प्रमाण का अभाव – जेलकिंग के फायदों को साबित करने वाले पर्याप्त वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं।
इनके अलावा अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों में कमजोरी। ये सभी प्रभाव स्थाई अथवा अस्थाई भी हो सकते हैं ।
इरेक्शन में समस्याएं – jelqing exercise side effects.
जेलकिंग, लिंग के आकार को बढ़ाने के लिए की जाने वाली एक तकनीक है, जो हाल के समय में काफी लोकप्रिय हुई है। हालांकि, इस तकनीक के संभावित नुकसानों में से एक है इरेक्शन में समस्याएं होना आदि जैसे –
- लिंग के ऊतकों को नुकसान – जेलकिंग के दौरान लिंग के ऊतकों को अत्यधिक दबाव पड़ सकता है, जिससे माइक्रोटियर्स (छोटे आंसू) हो सकते हैं। ये आंसू इरेक्शन के लिए आवश्यक रक्त के प्रवाह को बाधित कर सकते हैं।
- नसों को नुकसान – जेलकिंग से लिंग की नसों को भी नुकसान पहुंच सकता है। ये नसें इरेक्शन के लिए आवश्यक रक्त को लिंग में ले जाती हैं।
- मानसिक कारक – यदि जेलकिंग के अपेक्षित परिणाम नहीं मिलते हैं, तो व्यक्ति में निराशा और तनाव हो सकता है। यह मनोवैज्ञानिक तनाव इरेक्शन में समस्याओं को बढ़ा सकता है।
इरेक्शन में समस्याओं के अन्य संभावित कारण जैसे तनाव, डिप्रेशन, शारीरिक रोग आदि भी हो सकते हैं । जेलकिंग के संभावित नुकसानों को देखते हुए, इसे करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। यदि आपको इरेक्शन में कोई समस्या हो रही है, तो किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना सबसे अच्छा विकल्प है।
माइक्रोटियर्स और जेलकिंग के नुकसान – jelqing exercise effects.
जब हम किसी भी ऊतक को अत्यधिक दबाव देते हैं, तो उसमें छोटे-छोटे आंसू आ सकते हैं। इन्हें ही माइक्रोटियर्स कहते हैं। जब हम अपनी मांसपेशियों को व्यायाम करते हैं, तो भी माइक्रोटियर्स होते हैं, लेकिन शरीर इनकी मरम्मत कर लेता है और मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
जेलकिंग में लिंग के ऊतकों पर लगातार दबाव डाला जाता है। अगर यह दबाव अधिक हो या गलत तरीके से किया जाए, तो लिंग के ऊतकों में माइक्रोटियर्स हो सकते हैं। इनसे खतरे इस प्रकार है –
- संक्रमण – ये माइक्रोटियर्स संक्रमण के लिए एक प्रवेश द्वार की तरह काम कर सकते हैं।
- दर्द और सूजन – माइक्रोटियर्स के कारण लिंग में दर्द और सूजन हो सकती है।
- इरेक्शन में समस्या: माइक्रोटियर्स इरेक्शन के लिए आवश्यक रक्त के प्रवाह को बाधित कर सकते हैं।
- लंबे समय तक ठीक होने में समय – इन माइक्रोटियर्स को ठीक होने में काफी समय लग सकता है।
जेलकिंग के दौरान माइक्रोटियर्स होने का खतरा काफी अधिक होता है। इसलिए, जेलकिंग को करने से पहले एक योग्य चिकित्सक से परामर्श लेना बेहद जरूरी है।
जेलकिंग के फायदे
यह एक ऐसी तकनीक है जिसमें हल्के दबाव और खिंचाव के माध्यम से लिंग की मांसपेशियों को मजबूत किया जाता है। यह तकनीक सदियों से पुरुषों द्वारा अपनी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाती रही है। हालाँकि, इसके वैज्ञानिक सबूत सीमित हैं, लेकिन कई लोग दावा करते हैं कि जहाँ Jelqing exercise side effects है वही जेलकिंग से उन्हें कई फायदे हुए हैं। जैसे –
- रक्त संचार में सुधार – जेलकिंग से लिंग में रक्त का प्रवाह बढ़ सकता है, जिससे इरेक्शन बेहतर हो सकते हैं।
- संतुष्टि में वृद्धि – बेहतर रक्त संचार और मजबूत मांसपेशियों के कारण संतुष्टि में वृद्धि हो सकती है।
- आत्मविश्वास में वृद्धि – लिंग के आकार को लेकर कई पुरुषों में असुरक्षा होती है। जेलकिंग से आत्मविश्वास में वृद्धि हो सकती है।
यह एक लोकप्रिय तकनीक है, लेकिन इसके फायदों के बारे में वैज्ञानिक सबूत सीमित हैं। यदि आप जेलकिंग करने की सोच रहे हैं, तो किसी अनुभवी से मार्गदर्शन लें और धैर्य रखें।
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लिंग की लंबाई व मोटाई बढ़ाने मे जेलकिंग एक्सरसाइज के फायदे –
जेलकिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें लिंग की मांसपेशियों को खींचकर और दबाकर मजबूत किया जाता है। कई लोग मानते हैं कि यह तकनीक लिंग की लंबाई और मोटाई बढ़ाने में मदद कर सकती है। हालांकि, इस दावे के समर्थन में सीमित वैज्ञानिक सबूत हैं।
- रक्त संचार – जेलकिंग से लिंग में रक्त का प्रवाह बढ़ सकता है, जिससे लिंग के ऊतकों को पोषण मिलता है और वे मजबूत हो सकते हैं।
- मांसपेशियों का विकास – नियमित जेलकिंग से लिंग की मांसपेशियां मजबूत हो सकती हैं, जिससे इरेक्शन बेहतर हो सकते हैं और लिंग का आकार थोड़ा बढ़ सकता है।
- कोशिकाओं का विकास – कुछ लोगों का मानना है कि जेलकिंग से लिंग में नई कोशिकाओं का विकास होता है, जिससे लिंग की लंबाई और मोटाई बढ़ सकती है।
अभी तक हुए अधिकांश अध्ययन छोटे और सीमित हैं। इन अध्ययनों से मिले परिणामों के आधार पर यह कहना मुश्किल है कि जेलकिंग से लिंग की लंबाई और मोटाई में स्थायी रूप से वृद्धि होती है। कुछ लोगों को जेलकिंग से फायदा हो सकता है, जबकि दूसरों को नहीं। यह व्यक्ति के शरीर की प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है।
जेलकिंग एक्सरसाइज कैसे किया जाता है –
जेलकिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें हल्के दबाव और खिंचाव के माध्यम से लिंग की मांसपेशियों को मजबूत किया जाता है। कई लोग मानते हैं कि यह तकनीक लिंग की लंबाई और मोटाई बढ़ाने में मदद कर सकती है, हालांकि इसके वैज्ञानिक सबूत सीमित हैं। इनको करने के लिए सबसे पहले तैयार करे । जैसे –
- लिंग को साफ करें और एक अच्छे लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें।
- आरामदायक स्थिति में बैठें या लेटें।
- सुनिश्चित करें कि आप शांत और आरामदायक महसूस कर रहे हैं।
- बेस टू टिप – अपनी एक उंगली और अंगूठे को लिंग के आधार के पास रखें। हल्के दबाव के साथ अपनी उंगलियों को लिंग के सिरे की ओर खिसकाएं। यह प्रक्रिया कई बार दोहराएं।
- रुकें और दबाएं – लिंग के किसी एक बिंदु पर अपनी उंगलियों को रोकें और कुछ सेकंड के लिए हल्का दबाव डालें। फिर धीरे-धीरे अपनी उंगलियों को आगे बढ़ाएं। इस प्रक्रिया को कई बार दोहराएं।
अगर सावधानी की बात करे तो यदि आपको दर्द हो रहा है तो तुरंत रुक जाएं । बहुत ज़ोर लगाने से चोट लग सकती है। जेलकिंग को धीरे-धीरे शुरू करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं। एक दिन में दो बार से अधिक जेलकिंग न करें।
निष्कर्ष – जेलकिंग एक लोकप्रिय तकनीक है, लेकिन इसके फायदों के बारे में वैज्ञानिक समुदाय में अभी भी बहस चल रही है। यदि आप जेलकिंग करने की सोच रहे हैं, तो किसी अनुभवी से मार्गदर्शन लें और धैर्य रखें। याद रखें, हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है और परिणाम व्यक्ति से व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं।