Ling नसों की कमजोरी के घरेलू उपाय, लिंग की नसो की कमजोरी एक ऐसी आम प्रॉब्लम हैं जो किसी भी उम्र मे हो सकती हैं । एक्सपर्ट के अनुसार जब लिंग या पेनिस की नसे कमजोर हो जाने से लिंग मे रक्त पहुंचाने मे असमर्थ हो जाता हैं । जिससे पेनिस ठीक से खड़ा नही हो पाता है । वही उनके तनाव की कमी, सख्त व कठोरता मे कमी आदि प्रॉब्लम देखने को मिलती हैं ।
डॉक्टर्स की भाषा मे इसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) कहा जाता हैं । जो पुरुषों मे नपुंसकता को बढ़ावा देती हैं । इस स्थिति मे पुरुष अपने पार्टनर को खुश नहीं कर पाता है । उनके पेनिस मे किसी प्रकार दर्द या सूजन, कमजोरी महसूस हो सकती हैं, पेनिस ठीक से कार्य नहीं कर पाता हैं । परिणाम स्वरूप व्यक्ति नामर्द की श्रेणी में चला जाता है ।
एक्सपर्ट का कहाना है कि यह एक सामान्य स्थिति है जिसे उचित खानपान, योग व्यायाम एव दवाओं की मदद से ठीक किया जा सकता हैं । यह प्रॉब्लम किसी भी उम्र में हो सकती हैं । तो चलिए जानते हैं – लिंग की नसों मे कमजोरी क्यो आती हैं ?
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लिंग की नसों की कमजोरी क्यो आती हैं –
लिंग की नसों में कमजोरी कई कारणों से हो सकती है। यह एक गंभीर समस्या हो सकती है और इसका इलाज करवाना जरूरी है। इनके कुछ कारण इस प्रकार है –
- रक्त प्रवाह में कमी – हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह जैसी बीमारियां रक्त प्रवाह को कम कर सकती हैं, जिससे लिंग में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है और नसों की कमजोरी होती है।
- तंत्रिका क्षति – मधुमेह, तंत्रिका संबंधी रोग या कुछ सर्जरी के कारण नसें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।
- हार्मोनल असंतुलन – टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने से भी यह समस्या हो सकती है।
- जीवनशैली – धूम्रपान, शराब का सेवन, मोटापा, तनाव और कम नींद लेना भी कारण हो सकते हैं।
- दवाओं के दुष्प्रभाव – कुछ दवाओं का दुष्प्रभाव भी लिंग की नसों की कमजोरी हो सकता है।
- मनोवैज्ञानिक कारक – प्रदर्शन चिंता, तनाव और अवसाद भी इस समस्या का कारण बन सकते हैं।
इनके अलावा बचपन की गलती से आई कमजोरी या हस्तमैथुन या अधिक मास्टर्बेशन भी एक बड़ा कारण हो सकता हैं । जिससे आपके लिंग की माशपेशियों की कसावट मे कमजोरी आ सकती हैं ।
ling की नसों की कमजोरी के घरेलू उपाय –
पेनिस की नसों मे आई कमजोरी को दूर करने के लिए अनेको घरेलू उपाय आपके लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं । लेकिन आपको नियमित रूप से आपकी डेली रूटिंग मे शामिल करना होगा । तो चलिए जानते हैं –
- स्वस्थ आहार – फलों और सब्जियों का भरपूर सेवन करें, खासकर हरी पत्तेदार सब्जियां, संतरे और अंगूर । विटामिन बी कॉम्प्लेक्स से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे कि दालें, अनाज और बीज खाएं । और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे कि मछली, अखरोट और चिया सीड्स शामिल करें।
- तनाव पर नियंत्रण करे – तनाव से मुक्ति के लिए योग, ध्यान या गहरी सांस लेने जैसी तकनीकों का अभ्यास करें । नियमित रूप से व्यायाम करें । साथ ही साथ रोजाना पर्याप्त नींद लें ।
- जड़ी-बूटियों का उपयोग – अश्वगंधा, शतावरी और गोखरू जैसी जड़ी-बूटियों का उपयोग आयुर्वेद में लिंग की कमजोरी के लिए किया जाता है। लेकिन इनका उपयोग करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें।
- नियमित रूप से योग करे – रोजाना योग – व्यायाम करने से शरीर स्वस्थ रहता हैं । रक्तवाहिनियो मे रक्त संचार बढ़ता है । शारीरिक श्रम होने से पाचन क्रिया भी दुरस्त रहती है । इन योग व्यायाम जैसे धनु आसन, अनुलोम विलोम, साईकिलिंग करना आदि मुख्य है ।
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शिलाजीत से Ling नसों की कमजोरी के घरेलू उपाय
शिलाजीत एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है जो लिंग की नसों की कमजोरी को दूर करने में मदद कर सकता है। शिलाजीत में मौजूद औषधीय गुणों की वजह से यह प्रजनन शक्ति बढ़ाने और स्वस्थ बनाने में मदद कर सकता है । इस जड़ी बुटी का सेवन करने शिलाजीत में मौजूद औषधीय गुण लिंग की नसों को मजबूत और स्वस्थ बनाने में मदद कर सकते हैं। वही यह शक्ति बढ़ाने में मदद कर सकता है । साथ ही साथ रक्त प्रवाह को बढ़ाता हैं जिससे लिंग की नसों की कमजोरी को दूर करने मे लाभदायक साबित होता है।
इस प्राकृतिक औषधि से निर्मित मार्केट मे अनेको दवाये उपलब्ध है । यह tablet, कैप्सूल व चूर्ण के रूप मे उपलब्ध होता है । इनके अलावा इनका उपयोग घर पर दूध के साथ भी किया जा सकता हैं । शिलाजीत का उपयोग करने से पहले इसके साथ संबंधित सावधानियों की पालना करते हैं, तो यह आपके लिए असरदार साबित हो सकता है। इनका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से इस बारे में परामर्श करें ।
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लहसुन, प्याज़, खजूर व अदरक से Ling नसों की कमजोरी के घरेलू उपाय –
पेनिस की नसों की कमजोरी को दूर करने के लिए बेहतर खानपान बहुत ही आवश्यक है। आप अपनी डाइट मे इन चीज़ो को अनिवार्य रूप से शामिल करे जैसे –
- लहसुन – इस में एलिसिन होता है जो रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाता है। साथ ही साथ इसमे मौजूद पोषक तत्व आपके दिल को भी सुरक्षा प्रदान करते है । इनकी कच्ची कली को खाली पेट चबाना फायदेमंद होता हैं । यह आपकी प्रजनन क्षमता का विकास करता है ।
- प्याज – यह भी हमारी रशोई मे आसानी से उपलब्ध हो जाता हैं । इसमे उपस्थित पोषक तत्व मे रक्त परिसंचरण को बढ़ाने वाले गुण होते हैं । जिससे आपकी प्रजनन क्षमता बढ़ाने मे उपयोगी होते हैं ।
- अदरक – यह औषधि सूजन कम करने और रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है । वही यह लैंगिंग क्षमता को भी बढ़ाने मे सहायक होता हैं ।
- खजूर – आयुर्वेद ने इसे भी एक औषधि माना है । यह थकान एव कमजोरी को दूर करने के लिए उपयोगी माना जाता हैं । इनका सेवन दूध के साथ से प्रजनन क्षमता का विकास होता हैं ।
इनके अलावा छुहारे, अखरोट, बादाम, पिस्ता व काजू भी बहुत लाभदायक प्राकृतिक औषधि माना जाता हैं । इनका सेवन नियमित रूप करे । इसमे उपस्थित जिंक व मेंग्निशियम नामक तत्व आपके गुप्तांगो को मजबूती प्रदान करते हैं ।
ling ki नसों की कमजोरी के लिए आयुर्वेदिक दवा –
पेनिस की नसों की कमजोरी का इलाज के रूप आयुर्वेदिक दवाएं भी बहुत लाभकारी साबित हो सकती हैं । ये दवाये इस प्रकर है –
- अश्वगंधा – यह एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो लिंग की नसों की कमजोरी के लिए बहुत प्रभावी है। यह जड़ी-बूटी लिंग की नसों को मजबूत बनाने में मदद करती है और लिंग की नसों में सुधार करती है।
- कौंच बीज – यह एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो लिंग की नसों की कमजोरी के लिए बहुत प्रभावी है। यह जड़ी-बूटी लिंग की नसों को मजबूत बनाने में मदद करती है और ling की कार्य प्रणाली में सुधार करती है।
- विदारीकंद – यह एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो लिंग की नसों की कमजोरी के लिए बहुत प्रभावी है। यह जड़ी-बूटी लिंग की नसों को मजबूत बनाने में मदद करती है और पेनिस की कार्यक्षमता में सुधार करती है।
- शतावरी – एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो लिंग की नसों की कमजोरी के लिए बहुत प्रभावी है। यह जड़ी-बूटी लिंग की नसों को मजबूत बनाने में मदद करती है और पेनिस मे इरेक्शन बढ़ाने में मदद करती है।
उपरोक्त आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है । ताकि खुराक उम्र के अनुसार निर्धारित हो । वही इनका उपयोग Ling नसों की कमजोरी के घरेलू उपाय के रूप मे भी लाभकारी है ।
लिंग की नसों की कमजोरी की आयुर्वेदिक दवा Patanjali.
पतंजलि एक भारत का स्वदेशी आयुर्वेदिक ब्रांड है । यह दवाएं विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक जड़ी बुटियों से निर्मित की जाती है । जो लिंग की नसों की कमजोरी के लिए बहुत प्रभावी हो सकती हैं । कुछ दवाओं के नाम इस प्रकार है –
- पतंजलि अश्वगंधा चूर्ण – अश्वगंधा एक प्राकृतिक जड़ी-बूटी है जो तनाव कम करने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने के लिए जानी जाती है।
- पतंजलि शिलाजीत गोल्ड कैप्सूल – शिलाजीत एक प्राकृतिक खनिज है, जो ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने, मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने और यौन स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए जाना जाता है।
- पतंजलि चंद्रप्रभावटी – चंद्रप्रभावटी एक आयुर्वेदिक औषधि है, जो मस्तिष्क को शांत करने, नींद की गुणवत्ता में सुधार करने और तनाव को कम करने के लिए जानी जाती है।
- पतंजलि यौवन चूर्ण – यौवन चूर्ण एक आयुर्वेदिक औषधि है, जो यौवन से जुड़ी समस्याओं जैसे कि कमजोरी, थकान और यौन समस्याओं के लिए उपयोग की जाती है।
उपरोक्त दवाओं का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। Ling नसों की कमजोरी के घरेलू उपाय के उपयोगी है । यदि आपको कोई एलर्जी है, तो इनका का उपयोग न करें। निर्धारित खुराक से अधिक न लें।
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लिंग की नसों की कमजोरी के लिए टेबलेटस –
लिंग की नसों की कमजोरी या इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) एक आम समस्या है, जिसके लिए कई तरह के टेबलेट उपलब्ध हैं। ये टेबलेट्स शरीर में रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर काम करते हैं, जिससे इरेक्शन को प्राप्त करने और बनाए रखने में मदद मिलती है। जैसे –
- टफ़ एन टाइट 100mg टैबलेट – यह टैबलेट सिल्डेनाफिल सिट्रेट के रूप में जानी जाती है, जो एक PDE5 इनहिबिटर है। यह टैबलेट इरेक्टाइल डिसफंक्शन के इलाज के लिए उपयोग की जाती है।
- मैनफ़ोर्स 100mg टैबलेट – यह टैबलेट सिल्डेनाफिल सिट्रेट के समूह की है । यह टैबलेट इरेक्टाइल डिसफंक्शन के इलाज के लिए उपयोग की जाती है ।
- विगोर 100 रेड टैबलेट – यह टैबलेट इरेक्टाइल डिसफंक्शन, पेनिस की कमजोरी के इलाज के लिए उपयोग की जाती है।
- सुहाग्रा 100 टैबलेट – यह टैबलेट ling नसों से जुड़ी सभी प्रकार की प्रॉब्लम जैसे पेनिस का सख्त, खड़ा न होना, तनाव की कमी, नसों की कमजोरी के लिए फायदेमंद हैं । वही यह टाइमिंग के लिए भी उपयोगी है ।
- सिलैग्रा 100mg टैबलेट – यह टैबलेट नपुंसकता के साथ साथ लिंग की कमजोरी के इलाज के लिए उपयोग की जाती है। ये टैबलेट्स फॉस्फोडाइस्टरेज़ टाइप 5 (PDE5) इनहिबिटर्स के वर्ग में आती हैं, जो रक्त वाहिकाओं को आराम देने और लिंग में रक्त प्रवाह बढ़ाने में मदद करती हैं।
- टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी – यदि ED का कारण टेस्टोस्टेरोन का कम स्तर है, तो डॉक्टर टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का परामर्श दे सकते है ।
उपरोक्त मे से किसी भी टेबलेट को लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें, खासकर यदि आपको कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है।
लिंग की नसों की कमजोरी के लिए योग –
लिंग की नसों की कमजोरी के लिए योग एक प्रभावी और प्राकृतिक रूप से लाभदायक हो सकता हैं । इन योग को नियमित रूप से करने से पेनिस की नसों को मजबूत करता है । वही ling की नसों मे रक्त संचार को मजबूती प्रदान करता हैं । साथ ही साथ चिंता व तनाव को भी दूर करता है । ये योग इस प्रकार है –
- भुजंगासन – यह लिंग की नसों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है।
- धनुरासन – यह प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार करता है । साथ ही साथ रक्त संचार को बढ़ावा देता हैं ।
- पश्चिमोत्तानासन – यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है।
- सर्वांगासन – यह रक्त वाहिनीयों मे रक्त प्रवाह बढ़ाने में लाभकारी साबित हो सकता हैं ।
- वृक्षासन – यह पेनिस की नसों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है।
इनके अलावा कुछ प्राणायाम जैसे – कपालभाति प्राणायाम, भस्त्रिका प्राणायाम, अनुलोम-विलोम प्राणायाम आदि जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है।
निष्कर्ष – आज के लेख ling नसों की कमजोरी के घरेलू उपाय के बारे में दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है । उपरोक्त मे दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले योग्य डॉक्टर से अवश्य परामर्श करें ।