ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव मंत्र का अर्थ, महत्व एवं जप करने का तरीका 

Om Namah Parvati Pataye in hindi

सनातनी धर्म के ग्रंथो मे अनेकों मंत्रो का समावेश है । यह ऐसे मंत्र होते हैं जो बहुत सरल एवं सटीक होते हैं । आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मंत्र ईश्वर तक पहुंचने या अपनी पीड़ा बताने का माध्यम होता हैं । मंत्रो मे शब्द शक्ति होती हैं जो ईश्वर का आह्वान करती है । उन मंत्रो मे से ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव मंत्र भी एक है ।

यह एक पवित्र और शक्तिशाली मंत्र है, जो हिंदू धर्म में भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती की पूजा के लिए उपयोग किया जाता है। यह मंत्र भगवान शिव की शक्ति और उनकी पत्नी पार्वती की मातृत्व की भावना को दर्शाता है। इस मंत्र का जप करने के कई फायदे है । जैसे इच्छाओं की पूर्ति होना, मानसिक संतुलन एवं शांति आदि । इनके अलावा जन्म कुंडली मे खराब ग्रहो का प्रभाव भी कम होता हैं तो चलिए जानते हैं इस मंत्र के बारे में –

पढ़े – ॐ श्री श्याम देवाय नमः मंत्र के फायदे, महत्व एव जपने की विधि

Om Namah Parvati Pataye in hindi – एक शक्तिशाली मंत्र का महत्व

“ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव” यह एक शक्तिशाली मंत्र है जो भगवान शिव की स्तुति के लिए प्रयोग किया जाता है। इस मंत्र का नियमित रूप से जप करने से भोलेनाथ की असीम कृपा होती हैं । यह एक ऐसा मंत्र हैं जिससे भगवान शिव पर्वती को भी प्रसन्न किया जा सकता हैं । धर्म शास्त्रों मे इस मंत्र का बहुत महत्व है जैसे –

  1. इस मंत्र का नियमित जाप करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे आध्यात्मिक विकास, समृद्धि और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा मिलती है।
  2. मंत्र का लयबद्ध और मधुर स्वर मन को शांत करता है, तनाव और चिंता को कम करता है। यह मानसिक स्पष्टता और एकाग्रता को बढ़ावा देता है।
  3. भगवान शिव की दिव्य ऊर्जा का आह्वान करके, यह मंत्र भावनाओं को संतुलित करने और दुःख, क्रोध और भय की भावनाओं को कम करने में मदद करता है।
  4. नियमित जाप आध्यात्मिक चेतना को जगा सकता है और दिव्य से व्यक्ति के संबंध को गहरा कर सकता है।
  5. भगवान शिव को अक्सर बाधाओं और चुनौतियों को दूर करने के लिए आह्वान किया जाता है। इस मंत्र का जाप कठिनाइयों को दूर करने और लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

माना जाता है कि मंत्र व्यक्ति के चारों ओर एक सुरक्षात्मक कवच बनाता है, जो उन्हें नकारात्मक ऊर्जाओं और बुरी शक्तियों से बचाता है। इस मंत्र का नियमित रूप से निर्धारित जप संख्या से जपने से देवो के देव महादेव की कृपा सदैव बनी रहती हैं ।

ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव मंत्र का अर्थ –

ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव यह एक शक्तिशाली मंत्र है जो भगवान शिव की स्तुति के लिए प्रयोग किया जाता है। इस मंत्र का वर्णन शिव पुरान जैसे धार्मिक ग्रंथो मे मिलता है तो चलिए जानते हैं इस मंत्र के प्रत्येक अक्षर के अर्थ के बारे में –

  1. – यह मंत्रों का बीज माना जाता है। यह शब्द ब्रह्मांड की उत्पत्ति, स्थिति और संहार का प्रतिनिधित्व करता है।
  2.  नमः – इसका अर्थ है देवताओं को नमस्कार या कोटि कोटि प्रणाम।
  3.  पार्वती पतये – इस शब्द का अर्थ है हे पार्वती के पति । पार्वती भगवान शिव की पत्नी हैं।
  4.  हर हर महादेव – यह भगवान शिव का एक बहुत ही प्रसिद्ध मंत्र है। ‘हर’ का अर्थ है वह जो सब कुछ नष्ट कर देता है, और ‘महादेव’ का अर्थ है महान देवता।

इस प्रकार इस पूरे मंत्र का अर्थ यह है कि मैं पार्वती के पति, महान देवता शिव को नमस्कार करता हूँ। मै सदैव उनके चरणों मे नतमस्तक हू । देवो के देव महादेव को कोटिकोटि प्रणाम करता हूँ ।

पढ़े – संतान प्राप्ति के लिए गोपाल मंत्र का अर्थ, महत्व, विधि एव जप करने की सख्या

ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव मंत्र जप करने का तरीका –

महादेव को प्रसन्न करने वाले इस मंत्र का जप करने का एक तरीका होता हैं । यह एक सरल एव चमत्कारिक मंत्र है जो आपकी बाधाओं को दूर करके मानसिक शांति प्रदान करता हैं ।

इस मंत्र का जप करने से पहले दैनिक क्रिया कलाप से निवृत होकर शांत वातावरण पर ध्यान मुद्रा मे बैठे । मंत्र जप करने से पहले शारीरिक साफ सफाई का ध्यान रखे । काले – मेले वस्त्र न पहने । इस मंत्र के लिए पद्मासन या सिद्धासन नामक आसन श्रेष्ट है ।

इस मंत्र का जप करते समय अपना ध्यान केंद्रित करे एव मन मे मंत्र का जाप करते समय भगवान शिव के प्रति श्रद्धा और भक्ति भाव रखें । इस मंत्र का जप करने के लिए रुद्राक्ष माला का प्रयोग करें ।

कब और कितनी बार जाप करेंआप इस मंत्र का जाप किसी भी समय कर सकते हैं। सुबह के समय या शाम को मंत्र का जाप करना अधिक लाभदायक होता है। आप अपनी सुविधा के अनुसार मंत्र का जाप कर सकते हैं। आप 108 बार या 1008 बार तक मंत्र का जाप कर सकते हैं।

मंत्र का प्रभाव – इस मंत्र का प्रभाव व्यक्ति से व्यक्ति में भिन्न हो सकता है। कुछ लोगों को तुरंत ही इसका प्रभाव महसूस होता है, जबकि अन्य लोगों को इसके प्रभाव को महसूस होने में कुछ समय लग सकता है।

ॐ पार्वती पतये नमः मंत्र बेनिफिट्स –

“ॐ पार्वती पतये नमः” यह एक शक्तिशाली मंत्र है जो भगवान शिव की स्तुति के लिए किया जाता है। यह मंत्र न केवल भगवान शिव बल्कि माता पार्वती की भी कृपा प्राप्त करने का एक शक्तिशाली साधन है। इस मंत्र का नियमित जाप करने से कई लाभ होते हैं जैसे –

  • शांति और स्थिरता – यह मंत्र मन को शांत करता है और तनाव को कम करता है। यह व्यक्ति को आंतरिक शांति और स्थिरता प्रदान करता है।
  • ध्यान में सहायता – यह मंत्र ध्यान में एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है। यह मन को एक बिंदु पर केंद्रित करने में मदद करता है।
  • आत्मविश्वास में वृद्धि – यह मंत्र आत्मविश्वास को बढ़ाता है और व्यक्ति को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है।
  • नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा – यह मंत्र व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जाओं और बुरी नजर से बचाता है।
  • आध्यात्मिक विकास – यह मंत्र आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देता है और व्यक्ति को अपने आंतरिक स्व को खोजने में मदद करता है।
  • सुख और समृद्धि – यह मंत्र सुख और समृद्धि लाता है। यह व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
  • विवाह संबंधों में सुधार – यह मंत्र विवाह संबंधों को मजबूत बनाता है और पति-पत्नी के बीच प्रेम और समझ को बढ़ाता है।
  •  रोगों से मुक्ति – यह मंत्र कई प्रकार के रोगों से मुक्ति दिलाता है।
  •  इच्छाओं की पूर्ति – यह मंत्र मन की इच्छाओं को पूरा करने में मदद करता है।

इनके अलावा जिनकी शादी नहीं हो रही है या कोई बाधा आ रही हैं तो इस मंत्र जप करने से फायदा होता हैं ।

भगवान शिव को प्रसन्न करने का मंत्र –

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव मंत्र एक शक्तिशाली और पवित्र मंत्र है, जो भगवान शिव और पार्वती की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करता है। इसका उपयोग करने से पहले व्यक्ति को अपने मन और हृदय को शुद्ध करना चाहिए और भगवान शिव और पार्वती की पूजा करनी चाहिए । यह मंत्र इस प्रकार है –

ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव

इस Mantra का नियमित रूप से जप करके न केवल भोलेनाथ को बल्कि गौरी पार्वती को प्रसन्न करके कृपा प्राप्ति की जा सकती हैं ।  वही यह मंत्र जन्म कुंडली मे शुक्र, शनि, राहु, केतु, चंद्र मंगल ग्रहो के नकारात्म प्रभाव को भी कम करने मे लाभकारी है ।

निष्कर्ष – इस मंत्र के लाभ प्राप्त करने की कुंजी इसे विश्वास, भक्ति और शुद्ध हृदय से जाप करना है। नियमित अभ्यास गहन आध्यात्मिक अनुभव और परिवर्तन की ओर ले जा सकता है।

Leave a Comment