स्वामी समर्थ तारक मंत्र, अर्थ, भले ही आज के दौर में तकनीक हावी है लेकिन मंत्र शक्ति का अपना एक स्थान है । क्योकि सनातनी धर्म मे सदियों पुरानी परम्परा है । मंत्र एक ऐसी शक्ति है जिससे आप अपने ईश्वर से सीधे कनेक्ट होते हैं । आप अपने भगवान का आह्वान करते है जिससे वह प्रसन्न होकर आपकी मनोकामना को पूर्ण करते हैं । उन मंत्रो मे से तारक मंत्र भी एक है ।
स्वामी समर्थ तारक मंत्र, श्री स्वामी समर्थ जय जय स्वामी समर्थ, एक शक्तिशाली और पवित्र मंत्र है जो भक्तों को आध्यात्मिक और भौतिक लाभ प्रदान करता है। यह मंत्र भगवान स्वामी समर्थ के प्रति समर्पण और उनकी महिमा का वर्णन करता है, जो एक महान आध्यात्मिक गुरु थे। इस मंत्र का नियमित जाप करने से भक्तों को शांति, समृद्धि, सुरक्षा और आध्यात्मिक विकास प्राप्त होता है।
भगवान स्वामी समर्थ, जिन्हें अक्कलकोट स्वामी महाराज के नाम से भी जाना जाता है, 19वीं शताब्दी के एक महान आध्यात्मिक गुरु थे। उन्होंने अपने जीवनकाल में कई चमत्कार किए और लाखों भक्तों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान किया। उनके उपदेश प्रेम, करुणा और मानवता की सेवा पर आधारित थे। स्वामी समर्थ को भगवान दत्तात्रेय का अवतार माना जाता है और वे आज भी अपने भक्तों के दिलों में जीवित हैं।
तारक मंत्र का अर्थ –
सनातनी धर्म मे हर मंत्र का अर्थ होता हैं । क्योकि मंत्र शक्ति मे शब्दों से गहरा नाता हैं । इसमे शब्दों के माध्यम से भगवान का आह्वान किया जाता हैं । इसी प्रकार स्वामी समर्थ तारक मंत्र का प्रत्येक शब्द गहरा अर्थ रखता है –
- ॐ – यह एक पवित्र ध्वनि है जो ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करती है। यह शांति, ज्ञान और शक्ति का प्रतीक है।
- श्री स्वामी समर्थ – यह भगवान स्वामी समर्थ का नाम है, जो एक महान आध्यात्मिक गुरु थे।
- श्री – शब्द सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक है।
जय जय स्वामी समर्थ – यह भगवान स्वामी समर्थ की विजय और महिमा का जयघोष है। यह उनकी शक्ति और करुणा के प्रति हमारी श्रद्धा को दर्शाता है।
Swami samarth tarak mantra Shlok.
ॐ अभयदाता श्री स्वामीसमर्थाय नमः
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स्वामी समर्थ तारक मंत्र के लाभ –
यह मंत्र एक लोकप्रिय मंत्र हैं इस मंत्र का नियमित रूप से जप करने से बहुत सारे फायदे है । लेकिन यह फायदे तभी सम्भव हैं जब आप विधि विधान से जाप करते है । स्वामी समर्थ तारक मंत्र का जाप करने से भक्तों को कई लाभ प्राप्त होते हैं । जैसे –
- आध्यात्मिक विकास – यह मंत्र भक्तों को आध्यात्मिक मार्ग पर चलने में मदद करता है और उन्हें भगवान के करीब लाता है। यह मन को शुद्ध करता है और आत्मा को शांति प्रदान करता है।
- भौतिक लाभ – यह मंत्र भक्तों को भौतिक समृद्धि, स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रदान करता है। यह जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने में मदद करता है और सफलता प्राप्त करने में सहायक होता है।
- मानसिक शांति – यह मंत्र मन को शांत और स्थिर करता है। यह तनाव, चिंता और भय को दूर करने में मदद करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
- आत्म सुरक्षा – यह मंत्र भक्तों को नकारात्मक ऊर्जा, बुरी शक्तियों और दुर्घटनाओं से बचाता है। यह एक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है और भक्तों को सुरक्षित रखता है।
- मनोकामना पूर्ति – यह मंत्र भक्तों की मनोकामनाओं को पूरा करने में सहायक होता है। यह भक्तों को उनकी इच्छाओं को प्राप्त करने के लिए शक्ति और प्रेरणा प्रदान करता है।
- भक्ति और समर्पण – यह मंत्र भगवान स्वामी समर्थ के प्रति हमारी भक्ति और समर्पण को दर्शाता है। यह हमें उनके करीब लाता है और उनकी कृपा प्राप्त करने में मदद करता है।
स्वामी समर्थ तारक मंत्र जप करने का तरीका –
हर मंत्र का जाप करने का तरीका होता हैं इसी प्रकार स्वामी समर्थ तारक मंत्र का जाप करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें –
- समय – इस मंत्र का जाप सुबह या शाम के समय करना सबसे अच्छा होता है। ब्रह्म मुहूर्त में, या संध्या काल में इस मंत्र का जाप करना सर्वोत्तम माना जाता है।
- स्थान – एक शांत, स्वच्छ और पवित्र स्थान चुनें। आप अपने घर के पूजा कक्ष में या किसी मंदिर में इस मंत्र का जाप कर सकते हैं।
- आसन – एक आरामदायक आसन में बैठें। आप सुखासन, पद्मासन या किसी अन्य आरामदायक आसन में बैठ सकते हैं।
- माला – आप जाप करने के लिए रुद्राक्ष या तुलसी की माला का उपयोग कर सकते हैं। माला का उपयोग मंत्रों की संख्या गिनने में मदद करता है और ध्यान को केंद्रित करता है।
- ध्यान – अपनी आँखें बंद करें और भगवान स्वामी समर्थ का ध्यान करें। उनकी छवि को अपने मन में लाएँ और उनकी कृपा का अनुभव करें।
- मंत्र जाप – मंत्र का स्पष्ट और सही उच्चारण करें। आप धीरे-धीरे या मध्यम गति से मंत्र का जाप कर सकते हैं।
- संख्या – आप अपनी क्षमता के अनुसार 108, 1008 या अधिक बार मंत्र का जाप कर सकते हैं। नियमित रूप से मंत्र का जाप करने से अधिक लाभ मिलता है।
- समर्पण – मंत्र जाप के बाद, भगवान स्वामी समर्थ को प्रणाम करें और अपनी प्रार्थनाएँ अर्पित करें।
Tarak mantra jaal नियम और सावधानियां –
इस मंत्र का जाप करते समय कुछ आवश्यक सावधानी रखना अनिवार्य है । जिससे आपको बेहतर लाभ मिल सकता हैं । तो चलिए जानते हैं –
- मंत्र का जाप करते समय मन को शांत, एकाग्र और शुद्ध रखें। नकारात्मक विचारों को दूर रखें और सकारात्मक भावनाओं पर ध्यान केंद्रित करें।
- मंत्र का उच्चारण स्पष्ट, सही और लयबद्ध होना चाहिए। यदि आप उच्चारण के बारे में निश्चित नहीं हैं, तो किसी अनुभवी गुरु या जानकार व्यक्ति से मार्गदर्शन प्राप्त करें।
- नियमित रूप से मंत्र का जाप करने से अधिक लाभ मिलता है। अपनी क्षमता के अनुसार, प्रतिदिन एक निश्चित संख्या में मंत्रों का जाप करने का प्रयास करें।
- भगवान स्वामी समर्थ पर पूर्ण श्रद्धा, विश्वास और समर्पण रखें। उनकी कृपा पर भरोसा करें और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करें।
- मंत्र जाप के दौरान, किसी भी प्रकार के व्यवधान से बचें। अपने मोबाइल फोन को बंद करें और शांत वातावरण में मंत्र जाप करें।
- यदि आप किसी विशेष उद्देश्य के लिए मंत्र जाप कर रहे हैं, तो अपनी प्रार्थनाओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त करें और भगवान स्वामी समर्थ से मार्गदर्शन और आशीर्वाद माँगें।
मंत्र जाप को एक पवित्र अनुष्ठान के रूप में देखें और इसे सम्मान और श्रद्धा के साथ करें।
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तारक मंत्र के लाभों का अनुभव
स्वामी समर्थ तारक मंत्र का नियमित जाप करने से भक्तों को कई चमत्कारी लाभ प्राप्त होते हैं। कई भक्तों ने अपने जीवन में शांति, समृद्धि और सुरक्षा का अनुभव किया है। उन्होंने अपनी मनोकामनाओं को पूरा होते देखा है और आध्यात्मिक विकास का अनुभव किया है।
निष्कर्ष – स्वामी समर्थ तारक मंत्र एक शक्तिशाली और पवित्र मंत्र है जो भक्तों को आध्यात्मिक और भौतिक लाभ प्रदान करता है। इस मंत्र का नियमित जाप करने से भक्तों को भगवान स्वामी समर्थ की कृपा प्राप्त होती है और उनका जीवन सुखमय और समृद्ध बनता है।